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Kabaddi Par Paheliyan

🏆 परिचय (Detailed Introduction)

भारत के पारंपरिक खेलों में कबड्डी का नाम सबसे ऊपर आता है — एक ऐसा खेल जो सांस, साहस, रणनीति और टीमवर्क का संगम है। मिट्टी की महक में पला-बढ़ा यह खेल आज अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँच चुका है। इसी खेल की ऊर्जा, रोमांच और भारतीयता को ध्यान में रखते हुए यह संग्रह तैयार किया गया है —
“कबड्डी पर 150 पहेलियाँ” — जो शिक्षा, मनोरंजन और ज्ञान तीनों का संगम है।

 

🎯 इस संग्रह का उद्देश्य

  • बच्चों और युवाओं में भारतीय खेलों के प्रति रुचि और गर्व बढ़ाना।

  • कबड्डी के नियमों, शब्दावली और रणनीतियों को रोचक रूप में समझाना।

  • विद्यालयों, क्विज़, स्पोर्ट्स इवेंट्स और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए तैयार सामग्री प्रदान करना।

  • मनोरंजन के साथ भाषा-संवेदनशीलता और सोचने की क्षमता को प्रोत्साहित करना।

 

👨‍🏫 यह संग्रह किनके लिए है

  • विद्यालयों और खेल शिक्षकों के लिए – कबड्डी पर क्विज़ या प्रतियोगिता आयोजित करने हेतु।

  • छात्रों और खेल प्रेमियों के लिए – सीखते हुए हँसने और सोचने के लिए।

  • कार्यक्रम संचालकों और कॉमेडी/सांस्कृतिक मंचों के लिए – मज़ेदार पहेलियों से माहौल बनाने के लिए।

  • कबड्डी टीमों और प्रशिक्षकों के लिए – प्रशिक्षण सत्रों में हल्के मनोरंजन के रूप में।

 

📘 संरचना (Structure of the Book)

संपूर्ण संग्रह चार हिस्सों में बाँटा गया है —

  1. 🪶 आसान और तुकबंदी वाली पहेलियाँ – बच्चों और शुरुआती पाठकों के लिए, गीतात्मक व मनोरंजक शैली में।

  2. 🧠 मझोली / दिमाग़ी पहेलियाँ – खेल के नियमों और रणनीति को समझने के लिए।

  3. 🏅 कठिन और प्रतियोगी पहेलियाँ – स्पोर्ट्स क्विज़ या ज्ञानवर्धक प्रतियोगिताओं के लिए।

  4. 😄 मज़ेदार और रचनात्मक पहेलियाँ – हास्य और शब्द-खेल से भरी हुई, मनोरंजन हेतु।

हर पहेली के तुरंत बाद उसका उत्तर (Answer) दिया गया है ताकि पाठक या विद्यार्थी आसानी से जाँच सकें।

 

💡 विशेषताएँ

  • सभी पहेलियाँ मौलिक और भारतीय संदर्भ में रची गई हैं।

  • भाषा सरल, भावपूर्ण और लयात्मक रखी गई है।

  • प्रत्येक भाग में खेल की गहराई और मज़ा दोनों मौजूद हैं।

  • उपयोगी है:

    • प्रतियोगिताओं में

    • खेल शिक्षण में

    • बच्चों की रचनात्मक गतिविधियों में

    • सोशल मीडिया या रेडियो क्विज़ कार्यक्रमों में

🪔 संक्षेप में

यह संग्रह केवल पहेलियों का नहीं, बल्कि कबड्डी की आत्मा का उत्सव है —
जहाँ मिट्टी की खुशबू, सांस की लय, और भारतीयता की झलक हर पंक्ति में महसूस होती है।

🪶 आसान और तुकबंदी वाली कबड्डी पहेलियाँ

 

मैदान में मिट्टी उड़ती जाए,
“कबड्डी-कबड्डी” गूंजे छाए।
सांस रोक कर कौन ये खेले?
उत्तर: कबड्डी

 

 

छोटा-सा मैदान, बड़ी लड़ाई,
पकड़ो मुझे, पर सांस न जाए भाई।
छूकर भागूँ बिजली जैसी,
बताओ खेल कौन-सी प्यारी?
उत्तर: कबड्डी

 

 

सांस न टूटे, आवाज़ ना थमे,
रेडर निकला जोश में जमे।
टीम करे रक्षा मिल-जुलकर,
कौन-सा खेल हुआ ये देख कर?
उत्तर: कबड्डी

 

 

मैं जाता हूँ अकेला पार,
टीम की उम्मीदों का भार।
सबको छूकर लौट आऊँ,
बताओ मैं कौन कहलाऊँ?
उत्तर: रेडर

 

 

रेडर आया, सब डर जाएँ,
पकड़ो-पकड़ो, सब चिल्लाएँ।
जैसे ही पकड़ा जाए भाई,
क्या कहलाता ये पल बताई?
उत्तर: टैकल

 

 

मैं हूँ सबसे ताकतवर चाल,
रेडर पकड़ा, हुआ बेहाल।
टीम को बोनस अंक मिल जाएँ,
बताओ चाल क्या कहलाएँ?
उत्तर: सुपर टैकल

 

 

सांस चली, पर आवाज़ रही,
रेडर बोला “कबड्डी” सही।
बिना बोले सब खो जाए,
बताओ ये नियम क्या कहलाए?
उत्तर: कबड्डी चैंट

 

 

रेखा पार करे जो वीर,
पाए अंक और बढ़े नज़ीर।
वो रेखा कौन सी कहलाती?
उत्तर: बोनस लाइन

 

 

पैर पकड़ो, गिराओ ज़ोर,
रेडर बोले “अब नहीं और!”
ये कौन सी चाल कमाल?
उत्तर: एंकल होल्ड

 

 

मैं हूँ वो पल जब सब गिरे,
रेडर के संग अंक झरे।
टीम की बढ़त बढ़ती जाए,
बताओ ये पल क्या कहलाए?
उत्तर: ऑल-आउट

 

 

मिट्टी की खुशबू, खेल की शान,
हर बच्चे का ये अरमान।
“कबड्डी-कबड्डी” गूंजे दिन,
बताओ कौन सा खेल महान?
उत्तर: कबड्डी

 

 

रेडर आया, डिफेंडर खड़ा,
दोनों में शुरू हुआ बड़ा झगड़ा।
जो सांस रखे और वापिस आए,
वही तो जीत का हकदार कहलाए।
उत्तर: रेडर

 

 

बोनस रेखा पार जो जाए,
अतिरिक्त अंक वो पाए।
लेकिन अगर पकड़ा जाए,
टीम की सांस थम जाए।
उत्तर: बोनस पॉइंट

 

 

मैं हूं कप्तान, सोचूँ चाल,
टीम को जीत दिलाऊँ साल-दर-साल।
रणनीति मेरी, जोश कमाल,
बताओ कौन हूँ मैदान का लाल?
उत्तर: कप्तान

 

 

रेफरी हूँ, न्याय का रक्षक,
मेरे बिना खेल अधूरा सच।
सीटी बजाऊँ, निर्णय दूँ,
बताओ मैं कौन कहलाऊँ?
उत्तर: रेफरी

 

 

रेडर बोला

“कबड्डी-कबड्डी”,
सांस रुकी, पर चाल बड़ी।
टीम पुकारे “भागो भाई!”,
बताओ कौन-सा खेल यही?
उत्तर: कबड्डी

 

 

टीम सात की, दिलों का मेल,
सांसों की चाल, ताकत का खेल।
मिट्टी में खेला जाए ये खेल,
बताओ कौन-सा भारतीय खेल?
उत्तर: कबड्डी

 

 

रेडर आया जैसे शेर,
डिफेंडर बोले “अब तो फेल!”
सांस रुकी, समय थमा,
बताओ ये खेल कौन-सा भला?
उत्तर: कबड्डी

 

 

माँटी, जोश, और फौलादी जज़्बा,
रेडर बोले “अब देखो मज़ा!”
टीम भिड़े, सीटी बजे,
कौन-सा खेल मैदान सजे?
उत्तर: कबड्डी

 

 

रेडर फिसले, डिफेंडर पकड़े,
दर्शक ताली बजा के झगड़े।
सांसों से खेला जाए ये खेल,
बताओ नाम, न सोचो देर!
उत्तर: कबड्डी

 

 

🧠 मझोली / दिमाग़ी कबड्डी पहेलियाँ

 

सांस रोककर मैं मैदान में जाता,
हर चाल में अंक कमाता।
छूकर लौटूँ, ये मेरा काम,
बताओ इस खिलाड़ी का नाम।
उत्तर: रेडर

 

 

मैं अकेला नहीं, टीम संग लडूँ,
रेडर को रोकूँ, जब तक वह थकूँ।
पकड़ कर गिरा दूँ मिट्टी में,
बताओ मैं कौन इस सीन में?
उत्तर: डिफेंडर

 

 

जब रेडर को सबने पकड़ा,
और वो बाहर गया अटका।
टीम को दो अंक मिल जाएँ,
बताओ क्या कहलाएँ?
उत्तर: सुपर टैकल

 

 

रेड शुरू हो, सीटी बजे,
रेडर बोले “चलो, अब सजे!”
अगर सांस टूटे बीच में कहीं,
रेड खत्म होती तभी।
उत्तर: कबड्डी का नियम

 

 

जो टीम पहले करे सफाया,
उसे मिले अंकों का माया।
पूरा दल अगर बाहर जाए,
बताओ वो पल क्या कहलाए?
उत्तर: ऑल-आउट

 

 

जब रेडर कदम रखे मैदान में,
सांस हो साथ, जोश हो जान में।
पर अगर रेखा से बाहर जाए,
किसे नुकसान हो जाए?
उत्तर: रेडर आउट

 

 

रेडर बोले “कबड्डी” चाल,
टीम बोले “अब कर धमाल!”
जो छूकर भागे बचते-बचते,
वो अंक कहलाते किस रूप में?
उत्तर: टच पॉइंट

 

 

रेखाएँ चार, खेल शानदार,
हर रेखा का अलग व्यवहार।
रेखा पार कर बोनस पाए,
कौन-सी रेखा कहलाए?
उत्तर: बोनस लाइन

 

 

रेडर को रोकना मेरा काम,
टीम का मैं रक्षा अविराम।
अगर मैं असफल हो जाऊँ,
टीम को नुकसान क्या पाऊँ?
उत्तर: रेडर अंक पाएगा

 

 

रेडर आया अकेला वीर,
सांस रुकी, बढ़ा कदम धीर।
अगर लौटे तो जय-जयकार,
अगर रुके तो हार बेशुमार।
उत्तर: रेड का परिणाम

 

 

रेडर को पकड़ना सबका सपना,
टीम बोले “अब नहीं बचना!”
मिट्टी में गिरे, अंक बढ़े,
कौन-सा क्षण सबको चढ़े?
उत्तर: टैकल मोमेंट

 

 

जब खेल में हो आखिरी वक्त,
रेडर करे जीत का युक्त।
एक टच से बदले स्कोर,
क्या कहलाए वो रेड गौर?
उत्तर: डू-ऑर-डाई रेड

 

 

टीम का संयोजन है बड़ा,
हर खिलाड़ी का काम अलग खड़ा।
रेडर, डिफेंडर, कप्तान संग,
कौन-सा खेल बने उमंग?
उत्तर: कबड्डी

 

 

रेखाओं से भरा मैदान,
सात खिलाड़ी, सात कमान।
सांस और चालों का संगम,
कौन-सा खेल रखे दमखम?
उत्तर: कबड्डी

 

 

रेडर बोले “मैं जीत लूँगा”,
डिफेंडर बोले “मैं रोक लूँगा।”
जो गिरे, वो जाए आउट,
बताओ खेल कौन सा राउट?
उत्तर: कबड्डी

 

 

रेडर गया, टीम रुकी,
सीटी बजे, सांस थमी।
अगर लौटे तो जय का रंग,
वरना टीम को मिले संग-दंग।
उत्तर: रेड का परिणाम

 

 

रेखाएँ बताती चालें नई,
कदम बढ़ें तो अंक सही।
जो सबसे आगे की कहलाती,
वो कौन सी रेखा प्यारी?
उत्तर: बॉक लाइन

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